दुर्ग में किशोरी की 16 दिन बाद मौत,आरोग्यम हॉस्पिटल में किडनी का चल रहा था इलाज, मल्टीपल ऑर्गन फेल होने पर जहर सेवन का हुआ खुलासा…

दुर्ग :

दुर्ग जिले के बाइपास में स्थित आरोग्यम हॉस्पिटल में जहर सेवन से मौत का मामला सामने आया है। इसमें एक किशोरी की इलाज के दौरान मौत हो गई है। मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन और परिजनों की सूचना पर मोहन नगर पुलिस ने शून्य में मर्ग कायम कर मामले को डोंगरगांव थाना भेज दिया है। अस्पताल प्रबंधन पर पुलिस को जहर सेवन के मामले की सूचना नहीं देने का भी आरोप लगा है।

जानकारी के मुताबिक, राजनांदगांव के डोंगरगांव निवासी टेमन साहू की बेटी रेणुका साहू (13 साल) ने किसी बात पर जहर का सेवन कर लिया था। जिसके बाद उसे पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए ले जाया गया। जहां से राजनांदगांव के अस्पताल और फिर दुर्ग में आरोग्यम अस्पताल में भर्ती कराया गया।

16 दिन भर्ती रही दुर्ग में लेकिन थाने को सूचना नहीं

5 अप्रैल से आरोग्यम अस्पताल में किशोरी का किडनी आदि का इलाज चल रहा था। इसी बीच युवती की स्थिति बिगड़ी और उसकी 21 अप्रैल को मौत हो गई। 5 अप्रैल से 21 अप्रैल तक रेणुका साहू दुर्ग के आरोग्यम अस्पताल में भर्ती रही, जिसमें उसका इलाज डॉ आर के साहू ने पुरानी हिस्ट्री के आधार पर किया।

अस्पताल प्रबंधन ने रेणुका साहू की मौत से पहले मोहन नगर पुलिस थाने में कोई सूचना नहीं दी। इसके साथ ही परिजनों से आयुष्मान कार्ड होने के बाद भी डेढ़ लाख रुपए फीस भी लेने की बात सामने आई। इन सब बातों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस भी जारी किया है।

30 मार्च से बिगड़ी तबीयत

डोंगरगांव में रेणुका की तबीयत 30 मार्च को बिगड़ी। उसे उल्टी दस्त की शिकायत पर पास के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, जहां से कुछ समय के लिए राहत मिल गया। लेकिन शाम में जब फिर उसे उल्टी दस्त की शिकायत हुई तो राजनांदगांव के गांधी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया।

किडनी के इलाज के लिए उसे दुर्ग आरोग्यम लाया गया। जहां डॉक्टर साहू ने पुरानी हिस्ट्री के आधार पर जांच और आगे का इलाज किया।

सूचना मिलते ही शून्य पर मर्ग कायम

सीएसपी आईपीएस चिराग जैन ने बताया कि बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने मोहन नगर थाने में सूचना दी। जिसके आधार पर शून्य पर मर्ग कायम कर मामले को डोंगरगांव थाना भेज दिया गया है। आगे की जांच डोंगरगांव थाना पुलिस के द्वारा की जाएगी।

जहर सेवन का पता 21 को चला

आरोग्यम अस्पताल के प्रमुख डॉ. नवीन राम दारुका ने बताया कि बच्ची जब हमारे यहां आई तो उसे पेट में शिकायत थी। डॉ आर के साहू उसका ट्रीटमेंट कर रहे थे। बच्ची की पुरानी हिस्ट्री के आधार पर ट्रीटमेंट किया गया। इस दौरान जहर सेवन की बात पता नहीं लगी।

21 अप्रैल को जब उसके ऑर्गन में दिक्कत आने लगी तो टेस्ट के दौरान किडनी में थक्के नजर आने लगे, फिर बच्ची ने बताया कि उसने जहर सेवन किया था। फिर कार्डिएक अरेस्ट हुआ और उसकी मौत हो गई। पता लगते ही हमने सबसे पहले पुलिस को सूचना दी।

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