बिलासपुर, 19 अप्रैल 2025 (टीम)
छत्तीसगढ़ में मौसम ने अचानक करवट ली है। तेज़ आंधी-तूफान और गरज-चमक के साथ बारिश ने शुक्रवार को कई इलाकों में तबाही मचाई। बिलासपुर जिले के सीपत में अनिरुद्धाचार्य महाराज की कथा के लिए बनाए गए विशाल पंडाल को आंधी ने पूरी तरह तहस-नहस कर दिया। पंडाल के साथ-साथ साउंड सिस्टम, कूलर और टेंट भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।
कथा आज यानी शनिवार से शुरू होनी थी, लेकिन मौसम के चलते इसे स्थगित कर दिया गया है। आयोजन में सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर प्रशासन ने आयोजकों को नोटिस जारी किया है। गनीमत रही कि घटना के वक्त पंडाल खाली था, जिससे बड़ा हादसा टल गया।

राज्य में अगले 5 दिन तक मौसम रहेगा अस्थिर
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले 4-5 दिनों तक छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में बिजली गिरने, गरज-चमक और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं, तापमान में भी 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक इजाफा हो सकता है, जिससे लू जैसे हालात बन सकते हैं। शुक्रवार को बिलासपुर और रायपुर में अधिकतम तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी रायपुर में बीते 24 घंटे में तापमान 2.2 डिग्री, जबकि सरगुजा में 2.1 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। अंबिकापुर राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
लोगों से सतर्कता बरतने की अपील
प्रशासन और मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम को लेकर सतर्क रहें। खुले स्थानों, बिजली के खंभों, पेड़ों या अस्थायी ढांचों के नीचे खड़े होने से बचें। आयोजन करने वालों को विशेष रूप से मजबूत इंतजाम करने की सलाह दी गई है।
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