पत्थलगांव (जशपुर): 29 अप्रैल 2025
कोरबा से लोहरदगा तक प्रस्तावित रेलवे लाइन के सर्वे कार्य को लेकर जशपुर जिले के पत्थलगांव विकासखंड के ग्राम पंचायत तिरसोंठ में सोमवार को तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। सर्वे के लिए पहुंचे अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम को सैकड़ों की संख्या में जुटे ग्रामीणों ने गांव में प्रवेश से रोक दिया। ग्रामीणों ने 5वीं अनुसूची का हवाला देते हुए जमीन अधिग्रहण का कड़ा विरोध किया। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में भारतमाला सड़क परियोजना के तहत उनकी भूमि अधिग्रहित की गई थी, लेकिन अब तक उन्हें मुआवजा नहीं मिला है। ऐसे में वे किसी भी नई परियोजना के सर्वे को अनुमति नहीं देंगे।
विरोध के दौरान ग्रामीणों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बहस हुई और कुछ समय के लिए स्थिति तनावपूर्ण हो गई। ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे रूपनारायण एक्का ने कहा, “हमारी जमीन पहले भी ली गई, लेकिन मुआवजा नहीं मिला। अब दोबारा हमारी भूमि छीनी जा रही है। हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह क्षेत्र 5वीं अनुसूची में आता है और हमारी सहमति के बिना कोई कार्य नहीं हो सकता।”
एक अन्य ग्रामीण ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “सर्वे टीम गांव में घुसेगी नहीं। पहले हमें मुआवजा दिया जाए, फिर आगे बात हो सकती है।”
वहीं, मौके पर पहुंचे अपर कलेक्टर प्रदीप साहू ने कहा कि वे ग्रामीणों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं। “यह रेलवे परियोजना क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक है। हमने पूरे मामले की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी है। जो निर्देश मिलेंगे, उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।” फिलहाल गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है। दूसरी ओर ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं और सर्वे को किसी भी हाल में न होने देने की बात पर कायम हैं।
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