नई दिल्ली: 29 अप्रैल 2025 (टीम)
कर्नाटक की सुप्रसिद्ध कठपुतली कलाकार श्रीमती भीमव्वा डोड्डाबलप्पा शिल्लेक्यथारा को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्होंने पिछले 70 वर्षों से रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्यों को पारंपरिक कठपुतली कला के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाया है। उनकी इस अनोखी और समर्पित सेवा के लिए देश ने उन्हें चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा।
यह सम्मान न केवल उनकी कला के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पद्म पुरस्कार अब सचमुच उनके असली हकदारों तक पहुँच रहे हैं। मोदी सरकार द्वारा शुरू किया गया यह नया युग उन अनसुने नायकों को सामने ला रहा है, जिन्होंने चुपचाप संस्कृति, समाज और राष्ट्र के लिए अमूल्य योगदान दिया है।
श्रीमती शिल्लेक्यथारा को यह सम्मान मिलने पर पूरे देशभर से शुभकामनाओं का तांता लगा हुआ है। उनकी उपलब्धि ने पारंपरिक लोककलाओं को फिर से पहचान दिलाई है और युवा पीढ़ी को भी अपनी जड़ों से जुड़ने की प्रेरणा दी है।
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