सीजफायर के बावजूद सीमा पर नहीं थमीं ड्रोन गतिविधियाँ, पंजाब-राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में फिर दिखे पाकिस्तानी ड्रोन…

नई दिल्ली : 13 मई 2025

भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में घोषित सीजफायर के बावजूद सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को संबोधित करने के कुछ ही घंटों बाद पंजाब, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन गतिविधियां फिर देखी गईं। सुरक्षा बलों ने जम्मू के सांबा और राजस्थान के बाड़मेर में संदिग्ध ड्रोन को मार गिराया, वहीं पंजाब के पठानकोट और जालंधर में भी ड्रोन मूवमेंट देखा गया।

सीजफायर की घोषणा के 51 घंटे बाद ही पाकिस्तान की ओर से ड्रोन घुसपैठ की घटनाएं सामने आई हैं।

  • जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में सुबह हालात सामान्य बने रहे, हालांकि बीती रात ड्रोन गतिविधियां दर्ज की गईं।
  • राजस्थान के बाड़मेर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने एक पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया।
  • पंजाब के पठानकोट और जालंधर में भी संदिग्ध ड्रोन की आवाजाही दर्ज की गई, जिनमें से एक को सुरक्षाबलों ने मार गिराया।
  • होशियारपुर में संदिग्ध विस्फोटों की आवाजें (5-7 धमाके) सुनाई दीं, जिसके बाद इलाके में ब्लैकआउट कर दिया गया। हालांकि, सेना ने किसी भी प्रकार के आतंकी हमले से इनकार किया है।

सुरक्षा उपाय और जनजीवन पर असर:

  • एहतियातन पंजाब के सीमावर्ती जिलों – अमृतसर, पठानकोट, फाजिल्का, फिरोजपुर और तरनतारन में आज सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
  • एयर इंडिया ने यात्रा संबंधी एडवाइजरी जारी की है और जम्मू, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर और चंडीगढ़ से आने-जाने वाली कई उड़ानों को सुरक्षा कारणों से रद्द कर दिया गया है।

पृष्ठभूमि:
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। 6-7 मई की रात को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिनमें कई लॉन्चपैड्स और ट्रेनिंग कैंप नष्ट कर दिए गए। इसके बाद पाकिस्तान ने जम्मू, उधमपुर और श्रीनगर में भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसमें ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया। भारतीय सेना ने इन प्रयासों को विफल कर दिया।

पाकिस्तानी हमले में अब तक 12 नागरिक, 1 जेकेएएस अधिकारी, और बीएसएफ व सेना के कई जवान शहीद हो चुके हैं। पाकिस्तान ने सांबा, कठुआ, पुंछ और राजौरी के रिहायशी इलाकों को भी निशाना बनाया, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हुआ। भारत और पाकिस्तान ने शनिवार शाम 5 बजे से सीजफायर की घोषणा की थी, लेकिन पाकिस्तानी रेंजरों द्वारा रात 11 बजे तक सीमापार से गोलाबारी और ड्रोन घुसपैठ की कोशिशें जारी रहीं।

प्रधानमंत्री का संबोधन और ताजा घटनाक्रम:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद सीमा पर फिर से ड्रोन गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है, जिससे स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान की ओर से अभी भी शांति प्रयासों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।

सरकारी और सैन्य प्रतिक्रिया:
भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों ने हालात पर कड़ी नजर रखी है। गृह मंत्रालय ने सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों से सतर्क रहने के निर्देश जारी किए हैं। सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और हर चुनौती का माकूल जवाब देने के लिए सेना तैयार है।
भारत-पाक सीजफायर के बाद की यह स्थिति बताती है कि सीमा पर स्थायी शांति स्थापित करने के लिए सिर्फ समझौते नहीं, बल्कि दोनों पक्षों की ईमानदार कोशिशें आवश्यक हैं। भारत की ओर से शांति की पहल के बावजूद पाकिस्तान की यह गतिविधियां उसकी मंशा पर सवाल खड़े करती हैं।

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