रायपुर : 22 मई 2025
भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने बीते तीन महीनों में चुनाव प्रक्रिया को और अधिक समावेशी, सुगम एवं पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से 18 नए नवाचार लागू किए हैं। इन पहलों में मतदाताओं की सुविधा, राजनीतिक भागीदारी, तकनीकी उन्नयन और चुनाव कर्मियों के सशक्तीकरण जैसे कई अहम बिंदु शामिल हैं।
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प्रमुख नवाचार:
- मतदान केंद्रों में सुधार: अब एक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाता होंगे, जिससे भीड़ कम होगी और मतदान आसान बनेगा। ऊंची इमारतों और घनी आबादी वाली कालोनियों में अतिरिक्त मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।
- मतदाता सूची का अद्यतन: मृतकों का डेटा अब सीधे रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया (RGI) से लेकर सत्यापन के बाद मतदाता सूची को अद्यतन किया जाएगा। इससे सूची अधिक सटीक और पारदर्शी बनेगी।
- मतदाता पर्चियों में बदलाव: अब मतदाता सूचना पर्चियों को अधिक स्पष्ट और उपयोगकर्ता अनुकूल बनाया जा रहा है, जिसमें क्रमांक और भाग संख्या प्रमुखता से दर्शाए जाएंगे।
- राजनीतिक दलों की सहभागिता: आयोग ने निर्वाचन प्रक्रिया में राजनीतिक दलों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए देशभर में 4719 बैठकें आयोजित कीं, जिनमें 28 हजार से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए।
- बूथ स्तरीय एजेंटों का प्रशिक्षण: चुनावी निष्पक्षता सुनिश्चित करने हेतु राजनीतिक दलों के बूथ एजेंटों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
- ईसीआईनेट (ECINET) प्लेटफार्म: आयोग ने चुनाव से जुड़ी सभी सेवाओं को एक ही डिजिटल प्लेटफार्म पर लाकर ECINET लॉन्च किया है, जिसमें 40 से अधिक एप्लिकेशन शामिल हैं।
- विशिष्ट EPIC नंबर: डुप्लिकेट मतदाता पहचान पत्र की समस्या को रोकने के लिए विशिष्ट EPIC नंबर प्रणाली लागू की गई है।
- 28 हितधारकों की पहचान व प्रशिक्षण: आयोग ने चुनाव प्रक्रिया से जुड़े 28 प्रमुख हितधारकों की पहचान की है और उनके लिए अधिनियमों, नियमों एवं आयोग के निर्देशों पर आधारित प्रशिक्षण सामग्री तैयार की जा रही है।
- बीएलओ और पर्यवेक्षक सशक्तीकरण: बूथ स्तर अधिकारियों को फोटो पहचान पत्र दिए जा रहे हैं। अब तक 3000 से अधिक पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण मिल चुका है, और आगामी वर्षों में एक लाख BLO पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है।
- पुलिस प्रशिक्षण: चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए बिहार के पुलिस अधिकारियों को भी विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
- मुख्यालय में प्रशासनिक सुधार: आयोग के दिल्ली स्थित मुख्यालय में ई-ऑफिस प्रणाली और बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली लागू की गई है। इससे कार्य प्रणाली अधिक दक्ष और पारदर्शी बनेगी।
ये कदम चुनाव प्रणाली को अधिक पारदर्शी, सशक्त और नागरिकों के अनुकूल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।
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