आंध्र प्रदेश : 29 मई 2025
भाजपा नेता मिदथला रमेश ने राज्य सरकार से आंध्र प्रदेश में पूर्ण रूप से तेलुगु माध्यम के स्कूलों को फिर से शुरू करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान में राज्य में एक भी स्कूल पूरी तरह तेलुगु माध्यम में संचालित नहीं हो रहा है, जो राज्य के भाषाई सिद्धांतों के खिलाफ है।
नेल्लोर में डीआरओ उदय भास्कर और आरडीओ नागा अनुषा को सौंपे गए ज्ञापन में रमेश ने पूर्व मुख्यमंत्री एन.टी. रामाराव की जयंती को मनाने और तेलुगु शिक्षा की उपेक्षा को विडंबना बताया। उन्होंने पिछली सरकार की नीति की आलोचना की जिसमें बिना अधिसूचना के तेलुगु माध्यम समाप्त कर अंग्रेजी माध्यम को अनिवार्य किया गया, जिससे ग्रामीण छात्रों की सीखने की क्षमता प्रभावित हुई।
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रमेश ने बताया कि तमिल और उर्दू माध्यम के स्कूल आज भी चालू हैं, लेकिन तेलुगु शिक्षा को विश्व बैंक के प्रभाव में कमज़ोर किया गया है। उन्होंने पोट्टी श्रीरामुलु के बलिदान का हवाला देते हुए चेतावनी दी कि अगर तेलुगु शिक्षा को फिर से शुरू नहीं किया गया, तो यह प्राचीन भाषा खतरे में पड़ सकती है।
इस प्रतिनिधिमंडल में अल्लूरु नागेंद्र सिंह, नराला सुब्बारेड्डी, ए. पद्मावती और नारायण राव जैसे स्थानीय नेता भी शामिल थे।
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