“एक शाम सुरीले गीतों के नाम” वाह वाही बटोरी….

रायपुर: 05 फरवरी 2023.

मोहम्मद रफी साहब के गीतों की बेहतरीन पेशकश देने वालों में से एक नाम जाहिद पाशा (डायरेक्टर ) के द्वारा एक शाम सुरीले गीतों के नाम का आयोजन शहर के मायाराम सुरजन हाल में किया गया । कार्यक्रम की शुरुवात दीप प्रजवलित कर माँ सरस्वती के पूजन से किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ से ही चाँद से पर्दा कीजिये, धीरे धीरे से मेरी ज़िंदगी मे आना, वादियां मेरा दामन, बादल यूं गरजता है,

मेरी मोहब्बत पाक मोहब्बत,का करूं सजनी,मैं निगाहें तेरे चेहरे से, मितवा भूल न जाना,जब हम जवान होंगे,चिराग दिल का जलाओ,तुझको पुकारे मेरा प्यार, मैं कहीं कवि न बन जाऊं,दरिया किनारे,रंग और नूर की बारात किसे पेश करूं,जैसे गीतों की पेशकश से पूरा हाल करतल ध्वनि से गूंजायमान रहा। साथ ही दत्ताजी का मच संचालन ( सोने पे सोहागा) कहावत को चरितार्थ किया।कार्यक्रम में मंच संचालन श्री रवींद्र दत्ता ,अतिथि गायक-श्री मनोज मसंद, एवं सर्वश्री जी शेषगिरी राव, श्रीमती कृषणा राव,मनोहर ठाकुर,बादशाह, सोनी,विजय कोठारी,संजू साहू, विभूति कर्मकार, शहज़ादा ,पुल्ली,श्री क्रमशः प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का आयोजन सफल रहा।