रायपुर: 26 अप्रैल 2025 (टीम)
केंद्र सरकार के निर्देश के बाद छत्तीसगढ़ में भी पाकिस्तानियों के वीजा रद्द कर उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्पष्ट किया कि सभी शॉर्ट टर्म वीजा निरस्त कर दिए गए हैं और पाकिस्तान से आए नागरिकों को देश छोड़कर वापस जाना ही होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केंद्र सरकार का निर्णय है और प्रदेश सरकार इसका पूरी तरह पालन कर रही है।
डिप्टी सीएम अरुण साव ने भी बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार केंद्र के आदेशों का अक्षरशः पालन कर रही है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी हिंदुओं की समस्याओं के संदर्भ में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार ही कार्यवाही होगी।
इस बीच राजधानी रायपुर में पाकिस्तानी हिंदुओं ने छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया। इस पर विजय शर्मा ने आश्वासन दिया कि पाक पीड़ितों की मदद के लिए केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार हर संभव प्रयास किया जाएगा।
गौरतलब है कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर सभी पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। हालांकि, इस आदेश में पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों के लिए राहत दी गई है।
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि पहले से जारी लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) धारकों को देश छोड़ने की आवश्यकता नहीं होगी। मानवीय आधार पर यह नीति जारी रखी गई है, ताकि पाकिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे अल्पसंख्यक हिंदुओं को भारत में सुरक्षित शरण मिल सके।
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा है कि सार्क वीजा छूट योजना (SVES) के तहत भारत आए पाकिस्तानियों के वीजा रद्द कर दिए गए हैं और ऐसे नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ना होगा।
ज्ञात हो कि पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी 3% से भी कम रह गई है। वहां अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों पर अत्याचार की घटनाएं आम हो चुकी हैं। महिलाओं के अपहरण, बलात्कार और जबरन धर्मांतरण जैसी घटनाओं के कारण पाकिस्तानी हिंदू बड़ी संख्या में भारत में शरण की तलाश में आते रहे हैं।
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