बिलासपुर: 27 अप्रैल 2025 (टीम)
बिलासपुर के गुरुघासीदास केन्द्रीय विश्वविध्यालय के द्वारा 7 दिवसीय शिविर 26 मार्च से 1 अप्रैल 2025 तक ग्राम शिवतराई में आयोजित कराया गया था | आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के एक शिविर के दौरान नमाज अदा करवाने के आरोप में सात शिक्षकों और स्थानीय नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस घटना ने क्षेत्र में राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर हलचल मचा दी है।
पुलिस के अनुसार, एनएसएस शिविर के दौरान प्रो.दिलीप झा, डॉ.मधुलिका सिंह, डॉ.ज्योति वेरमा,डॉ.नीरज कुमारी, डॉ.प्रशांत वैष्णव, डॉ.सूर्यभान सिंह ,डॉ बसंत कुमार एवं टीम कोर लीडर छात्र आयुष्मान चौधरी के अलावा 159 छात्र -छात्राएं उपस्थित थे| जिनमे 04 छात्र मुस्लिम थे कुछ प्रतिभागियों को संगठित रूप से नमाज अदा करने के लिए प्रेरित किया गया था। इस मामले को लेकर स्थानीय नागरिकों और कुछ संगठनों ने आपत्ति जताई और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की। शिकायत मिलने पर पुलिस ने सात नामजद व्यक्तियों — जिनमें शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षक और स्थानीय राजनीतिक दलों से जुड़े नेता शामिल हैं — के खिलाफ विभिन्न धाराओं 196 (ख ), 197 (1)(ख)(ग), २99, 30२,190 छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्रय अधिनियम की धारा 4 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
DSP रश्मित कौर ने बताया कि, “हमने प्राप्त शिकायतों और प्राथमिक जांच के आधार पर संबंधित शिक्षकों और नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।” घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए, शिक्षा विभाग ने भी मामले की जांच के लिए एक विशेष समिति गठित कर दी है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, आरोप सिद्ध होने पर शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
वहीं, विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर सरकार पर हमला बोला है और कहा है कि शैक्षणिक संस्थानों को धार्मिक गतिविधियों से दूर रखा जाना चाहिए। दूसरी ओर, कुछ सामाजिक संगठनों ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन बताते हुए आरोपियों के समर्थन में आवाज उठाई है। फिलहाल, पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और सभी पक्षों से पूछताछ जारी है।
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