रायपुर, डीडीयू नगर : 06 मई 2025 (भूषण )
कभी अराजकता और उपेक्षा की मार झेल रहा डीडीयू नगर स्थित सखी सहेली गार्डन अब ग्रीन आर्मी डीडीयू नगर जोन के अभिनव “कबाड़ की जुगाड़” अभियान के चलते एक जीवंत और सुंदर उद्यान में बदल चुका है। यह वही उद्यान है, जो कभी असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया था, जहाँ अंधेरा, गंदगी, पानी की कमी और अतिक्रमण जैसी समस्याओं ने महिलाओं और परिवारों के लिए यहाँ आना दूभर कर दिया था।
ग्रीन आर्मी की पर्यावरण के प्रति निष्ठा और सामाजिक जिम्मेदारी ने इस गार्डन की तस्वीर ही बदल दी। जब टीम को उद्यान की बदहाल स्थिति की जानकारी मिली, तो उन्होंने इसे फिर से संवारने का संकल्प लिया। इस कार्य में स्थानीय पुलिस प्रशासन का सहयोग लिया गया और उपद्रवियों को हटाने के साथ-साथ क्षेत्रवासियों को जागरूक करने के लिए नशामुक्ति संदेशों के साथ सांस्कृतिक संध्या जैसे आयोजन किए गए।
कबाड़ की जुगाड़ बना सौंदर्य का आधार:
‘कबाड़ की जुगाड़’ मुहिम के अंतर्गत, ग्रीन आर्मी ने पुराने टायर, अनुपयोगी ईंटें, बांस, पीवीसी पाइप और पुराने ट्री गार्ड जैसी वस्तुओं से कलात्मक संरचनाएं बनाईं। इन रचनात्मक प्रयासों से न केवल उद्यान की सुंदरता बढ़ी, बल्कि उपयोगिता भी बढ़ी। रंग-बिरंगी दीवारों, आकर्षक वॉल पेंटिंग्स और सजीव रंगों ने इस गार्डन को एक नई पहचान दी – “सखी सहेली गार्डन”।
नव जीवन का केंद्र बना गार्डन:
आज यह गार्डन परिवारों और बच्चों के लिए सुकून और प्रसन्नता का केंद्र बन चुका है। सुबह-शाम की सैर, बच्चों के लिए टायरों से बने झूले और हरियाली से घिरा शांत वातावरण लोगों को प्राकृतिक सौंदर्य के करीब ला रहा है। बिजली और पानी की नियमित सुविधा के साथ-साथ गार्डन में जीव-जंतुओं के लिए पानी से भरे सकोरे भी रखे गए हैं – यह दर्शाता है कि ग्रीन आर्मी प्रकृति के हर तत्व के प्रति संवेदनशील है।
हरियाली और खुशबू से महका गार्डन:
गुलाब, गेंदा, चंपा और अन्य रंगीन फूलों से सजी क्यारियाँ तथा हरी घास इस गार्डन की नैसर्गिक शोभा को चार चाँद लगा रही हैं। फूलों की सुगंध और हरियाली लोगों को मानसिक सुकून प्रदान कर रही है, जिससे यह उद्यान अब एक ‘थैरेपी जोन’ जैसा अनुभव दे रहा है।
टीम वर्क और जन सहयोग की मिसाल:
इस परिवर्तनकारी कार्य में ग्रीन आर्मी डीडीयू नगर जोन के सदस्यों ने दिन-रात एक कर समर्पण से कार्य किया। प्रसून सरकार, रूपेश तालमेल, अरुण देवांगन, नारायण प्रसाद सेन, श्याम बघेल, प्रमिल तिवारी, गनौद वाले दादा, रघुनाथ राय, द्वारिका प्रसाद श्रीवास, सुरेंद्र कुमार राय, डोमन पटेल सहित नगर निगम और बिजली विभाग का योगदान सराहनीय रहा।
जनता की मुस्कान बनी असली पुरस्कार:
आज जब सखी सहेली गार्डन में बच्चों की खिलखिलाहट, बुजुर्गों की तसल्ली और महिलाओं की मुस्कान देखी जाती है, तो यह स्पष्ट होता है कि ग्रीन आर्मी का प्रयास सफल रहा है। लोगों की भागीदारी और सहयोग से यह उद्यान न केवल सजीव हुआ है, बल्कि पूरे डीडीयू नगर जोन के लिए प्रेरणा स्रोत बन गया है। यह संपूर्ण जानकारी प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री शशिकांत यदु द्वारा साझा की गई।
ख़बरों के नोटीफिकेशन के लिए लिंक पर क्लिक करें | https://whatsapp.com/channel/0029VaSGTZ1Lo4hYCjY45G2q