बलरामपुर : 14 मई 2025
छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा पर रेत माफियाओं के आतंक ने एक बार फिर कानून व्यवस्था को झकझोर कर रख दिया है। बलरामपुर जिले के सनावल थाना क्षेत्र अंतर्गत लिब्रा गांव में पेट्रोलिंग पर निकली पुलिस टीम पर हुए हमले में एक आरक्षक की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस घटना से इलाके में शोक और आक्रोश की लहर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कन्हर नदी के किनारे स्थित लिब्रा गांव में अवैध रेत उत्खनन की शिकायत पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची थी। इसी दौरान रेत माफियाओं ने हमला कर दिया, जिसमें एक आरक्षक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि हमलावरों की संख्या अधिक थी और वे हथियारों से लैस थे।
ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से इस क्षेत्र में अवैध रेत खनन बेरोकटोक जारी है। कई बार प्रशासन को शिकायतें दी गईं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अब जब पुलिस पर ही हमला हो गया है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
गौरतलब है कि सनावल क्षेत्र छत्तीसगढ़ सरकार के कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम का गृहग्राम है। इसके बावजूद रेत माफियाओं की दबंगई और बेखौफ गतिविधियां प्रशासनिक निष्क्रियता की ओर इशारा करती हैं। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने मंत्री से तत्काल सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
वहीं, जिला पंचायत सदस्य ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कई अधिकारी अवैध रेत कारोबार से संरक्षण और उगाही कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि समय रहते सख्ती दिखाई जाती, तो एक वर्दीधारी की जान यूँ नहीं जाती।
घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और डीएफओ सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। निरीक्षण के बाद एसपी ने बताया कि एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस हृदयविदारक घटना ने प्रदेशभर में रेत माफियाओं और प्रशासन के कथित गठजोड़ पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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