दुर्ग: 05 मई 2025 (टीम)
छत्तीसगढ़ में सट्टा कारोबार से जुड़े मामलों को लेकर पुलिस मुख्यालय (PHQ) ने सख्त रुख अपनाया है। महादेव सट्टा एप से जुड़े एक कथित सटोरिए के साथ पुलिस अधिकारियों की फोटो वायरल होने के बाद दुर्ग जिले के दो पुलिस अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक (DGP) अरुण देव गौतम ने खुद इन तबादलों के आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं।
पीएचक्यू अटैच किया गया:
जामुल थाना प्रभारी निरीक्षक कपिल देव पांडे और लाइन में पदस्थ उपनिरीक्षक चेतन चंद्राकर को तत्काल प्रभाव से पुलिस मुख्यालय अटैच कर दिया गया है। माना जा रहा है कि ये कार्रवाई वायरल फोटो के आधार पर की गई है जिसमें ये दोनों अधिकारी सट्टा एप से जुड़े सटोरिए के साथ नजर आए थे।
अन्य अधिकारियों का भी तबादला:
DGP के आदेश के अनुसार, राजनांदगांव के रक्षित निरीक्षक अरविंद कुमार साहू को नेताजी सुभाष चंद्र बोस राज्य पुलिस अकादमी चंदखुरी में पदस्थ किया गया है। वहीं महासमुंद जिले में पदस्थ उपनिरीक्षक बालाराम सिन्हा को धमतरी भेजा गया है।
वायरल फोटो बनी कार्रवाई की वजह:
सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पहले दुर्ग जिले में एडिशनल एसपी सिटी सुखनंदन राठौर, निरीक्षक कपिल देव पांडे और उपनिरीक्षक चेतन चंद्राकर की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। इस फोटो में ये अधिकारी कथित तौर पर महादेव सट्टा एप से जुड़े एक सटोरिए के साथ नजर आए थे। यह फोटो सामने आने के बाद पुलिस की निष्पक्षता और साख पर सवाल उठने लगे थे।
सख्त संदेश देना चाहती है पुलिस:
DGP अरुण देव गौतम द्वारा की गई यह कार्रवाई यह संकेत देती है कि राज्य की पुलिस सट्टा जैसे अवैध कारोबार में किसी भी प्रकार की मिलीभगत को बर्दाश्त नहीं करेगी। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, इस मामले की जांच आगे भी जारी रहेगी और जरूरत पड़ने पर और भी अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सकती है।
महादेव सट्टा एप का विवाद:
महादेव सट्टा एप पिछले कुछ समय से छत्तीसगढ़ और देश के कई हिस्सों में विवाद का केंद्र बना हुआ है। यह एप ऑनलाइन सट्टा गतिविधियों के संचालन के लिए बदनाम है और कई राज्यों में इस पर प्रतिबंध लगा हुआ है। केंद्र और राज्य एजेंसियां इसके संचालन से जुड़े नेटवर्क की जांच कर रही हैं।
यह मामला न केवल पुलिस विभाग की छवि को प्रभावित करता है बल्कि यह भी दर्शाता है कि सिस्टम के भीतर मौजूद कुछ कमजोर कड़ियाँ किस तरह से कानून के खिलाफ काम कर रही हैं। PHQ की यह सख्त कार्रवाई भविष्य में पुलिस अधिकारियों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि सट्टेबाजों के साथ किसी भी प्रकार की नजदीकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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