अजय कुमार बने UPSC का नए चेयरमैन, राष्ट्रपति मुर्मू ने नियुक्ति को मंजूरी दी…

नई दिल्ली: 14 मई 2025

नई दिल्ली:
भारत सरकार ने पूर्व रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह पद 29 अप्रैल को प्रीति सूदन के कार्यकाल के समाप्त होने के बाद से रिक्त था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी गई है।

अजय कुमार 1985 बैच के केरल कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं। वे भारत के उन गिने-चुने नौकरशाहों में से एक हैं, जिन्होंने रक्षा और डिजिटल प्रशासन दोनों क्षेत्रों में क्रांतिकारी योगदान दिया है। डॉ. अजय कुमार 23 अगस्त 2019 से 31 अक्टूबर 2022 तक भारत के रक्षा सचिव रहे। इस दौरान उन्होंने कई ऐतिहासिक सुधारों की अगुवाई की, जिनमें शामिल हैं:

  • चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) की स्थापना
  • अग्निवीर योजना की शुरुआत
  • आत्मनिर्भर भारत के तहत रक्षा उत्पादन को बढ़ावा
  • आयुध निर्माणियों का निगमीकरण, जिससे रक्षा उत्पादन को अधिक दक्ष और प्रतिस्पर्धी बनाया गया

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डॉ. कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में भी शीर्ष पदों पर कार्य किया, जहाँ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल इंडिया योजना को जमीन पर उतारने में अहम भूमिका निभाई। उनके मार्गदर्शन में निम्नलिखित परियोजनाएं लागू की गईं:

  • यूपीआई (UPI): डिजिटल भुगतान क्रांति का आधार
  • आधार: भारत की सबसे बड़ी पहचान प्रणाली
  • मायगॉव: नागरिक भागीदारी के लिए सरकारी प्लेटफॉर्म
  • गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM): पारदर्शी सरकारी खरीद प्रणाली

नीति निर्माता और संस्थान निर्माता

  • राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स नीति 2012: भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल विनिर्माण उद्योग को नई दिशा दी
  • केल्ट्रॉन (केरल स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) के प्रमुख सचिव और प्रबंध निदेशक के रूप में उन्होंने संस्थान को पुनर्जीवित किया

शैक्षणिक योग्यता और वैश्विक दृष्टिकोण

डॉ. अजय कुमार की शैक्षणिक पृष्ठभूमि भी उतनी ही प्रभावशाली है:

  • पीएचडी इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशनमिनेसोटा विश्वविद्यालय, अमेरिका
  • एमएस इन एप्लाइड इकोनॉमिक्स — मिनेसोटा विश्वविद्यालय (तीन वर्षों में पूर्ण)
  • बीटेकआईआईटी कानपुर
  • फेलोभारतीय राष्ट्रीय इंजीनियर अकादमी

यूपीएससी में नेतृत्व की नई दिशा:

UPSC भारत की सबसे प्रतिष्ठित भर्ती संस्था है, जो IAS, IPS, IFS जैसी सेवाओं के लिए परीक्षा आयोजित करती है। इसमें अधिकतम 10 सदस्य होते हैं, जिनमें से वर्तमान में दो पद रिक्त हैं। अध्यक्ष का कार्यकाल छह साल या 65 वर्ष की आयु तक सीमित होता है, जो पहले हो।

डॉ. अजय कुमार का अनुभव, दूरदृष्टि और नवाचार की समझ UPSC की कार्यप्रणाली में नई ऊर्जा भरने की क्षमता रखता है। उनके नेतृत्व में उम्मीद की जा रही है कि आयोग में न केवल पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी, बल्कि भर्ती प्रक्रियाओं में भी समयानुकूल बदलाव होंगे।

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