रायपुर, 2 मई 2025 (भूषण)
राजधानी रायपुर में गुरुवार शाम करीब 4 बजे आए तेज आंधी-तूफान ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया। तूफान के चलते शहर के 150 से अधिक इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई, जिससे करीब 10 लाख लोग प्रभावित हुए। कई मोहल्लों में रात 2 बजे के बाद बिजली आई तो कुछ जगहों पर सुबह तक अंधेरा छाया रहा।
शहरवासी अंधेरे और मच्छरों से बेहाल
बिजली गुल होने के कारण लोग पूरी रात गर्मी और मच्छरों से जूझते रहे। बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे सबसे अधिक परेशान हुए। शिकायत करने के लिए लोग बिजली विभाग के कॉल सेंटर्स पर फोन करते रहे, लेकिन अधिकांश जगहों पर या तो कॉल रिसीव नहीं किए गए या ‘मदद भेज रहे हैं’ कहकर फोन काट दिया गया।
शिकायत केंद्रों की लापरवाही
कबीर नगर के बिजली शिकायत केंद्र पर जब लोग शिकायत लेकर पहुंचे तो देखा कि कर्मचारी ड्यूटी समाप्त होने की बात कहकर केंद्र बंद कर जा रहा था। जब लोगों ने विरोध किया तो वह वहां से भाग निकला। इसके बाद घंटों तक केंद्र लावारिस पड़ा रहा और फोन की घंटियां बजती रहीं।
प्रशासन हरकत में आया
बिगड़ते हालात को देखते हुए कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, एसएसपी लाल उमेद सिंह और नगर निगम कमिश्नर विश्वदीप रात 2 से 3 बजे तक सड़कों पर उतर आए और लोगों की समस्याएं सुनीं। वे बिजली विभाग के कर्मचारियों और इंजीनियरों के साथ लगातार मेंटनेंस कार्य की निगरानी करते रहे।
जगह-जगह गिरे पेड़, टूटे हाइटेंशन तार
तूफान के कारण कई स्थानों पर पेड़ गिरने और हाइटेंशन तार टूटने से बिजली व्यवस्था ठप हो गई। टिकरापारा, मोहबा बाजार, डीडी नगर, बोरियाखुर्द, सड्डू, मोवा, गुढ़ियारी, समता कॉलोनी और चौबे कॉलोनी जैसे इलाकों में हालात सबसे खराब रहे। कई जगहों पर तो लोग ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग का तमाशा देख रात काटते रहे।
VIP इलाकों में नहीं रही कोई दिक्कत
जहां एक ओर शहरवासी अंधेरे में तड़पते रहे, वहीं देवेंद्र नगर की ऑफिसर्स कॉलोनी में गार्डन, स्ट्रीट और घरों की रोशनी यथावत रही। इससे आम लोगों में असंतोष और नाराजगी देखी गई।
नागरिकों की पीड़ा
आमानाका की किरण द्विवेदी ने कहा, “रातभर बच्चे परेशान रहे, पानी तक नहीं आ सका।” मजदूर नुसरत खान बोलीं, “दिनभर मजदूरी करके लौटे, खाना नहीं बना पाए, सो नहीं सके।” मोहबा बाजार की जानकी ने बताया कि मच्छरों की भरमार हो गई है, बारिश का मौसम अभी शुरू ही हुआ है, आगे क्या होगा?
प्रशासन के लिए सबक:
महज 30 से 45 मिनट की बारिश और तेज हवाओं ने शहर की व्यवस्था की पोल खोल दी। यह घटना प्रशासन और बिजली विभाग के लिए चेतावनी है कि बरसात का असली दौर आने से पहले तैयारियां मुकम्मल की जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी अराजक स्थिति न बने।
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