नई दिल्ली, 7 मई 2025 (दिल्ली डेस्क)
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। भारतीय सेना द्वारा “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत आतंकवादी ठिकानों पर किए गए सटीक हमलों के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी। इस हमले में चार बच्चों समेत 12 नागरिकों की मौत हो गई, जबकि 57 अन्य घायल हुए हैं।
भारत की जवाबी कार्रवाई
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने स्पष्ट किया है कि भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन किसी भी उकसावे का करारा जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब और जापान समेत कई देशों के अधिकारियों को जानकारी दी कि भारत की कार्रवाई संयमित, सीमित और आतंक विरोधी थी।
भारतीय सेना ने यह जवाबी कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद की, जिसमें कई नागरिक मारे गए थे। इसके जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoJK) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
सीमा पर तनाव, सेना अलर्ट पर
बुधवार को एलओसी के पास के अग्रिम गांवों पर पाकिस्तानी सेना ने भारी गोलाबारी की, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। भारतीय सेना ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है। सेना के एक अधिकारी के मुताबिक, “हम किसी भी आक्रामक कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार हैं और सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।”
भारत ने इस मामले पर रूस और फ्रांस के अधिकारियों से भी संपर्क किया है ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की हरकतों को उजागर किया जा सके।
आगे की रणनीति
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, भारतीय सेना सीमा पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। सरकार भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्थिति की गंभीरता से अवगत करा रही है। अब देखना होगा कि पाकिस्तान इस बढ़ते तनाव में क्या रुख अपनाता है।