श्रीनगर, 23 अप्रैल 2025
छत्तीसगढ़ के रायपुर और बिलासपुर से जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर गए 65 पर्यटक इस समय श्रीनगर में फंसे हुए हैं। पहलगाम की ओर रवाना हुए इन पर्यटकों को सुरक्षा कारणों से बीच रास्ते से ही वापस श्रीनगर भेज दिया गया। राहत की बात यह है कि सभी पर्यटक सुरक्षित हैं और स्थानीय प्रशासन की निगरानी में हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रामबन क्षेत्र में बादल फटने से सड़कों पर भारी नुकसान हुआ है, जिससे पर्यटकों की जम्मू वापसी में बाधा आ रही है। अब उन्हें वैकल्पिक मार्गों से वापस लाने की कोशिशें की जा रही हैं और इसके लिए स्थानीय अधिकारियों से संपर्क बनाए रखा गया है। यह स्थिति जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद बनी है, जिसमें कई निर्दोष पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों को निशाना बनाया गया। इस हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई, जिसमें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना, CRPF और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। यह कायराना हमला बेहद निंदनीय है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी हमले की जानकारी दी और सोशल मीडिया पर मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई। घटना के विरोध में जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर अपनी आवाज बुलंद की। सुरक्षाबलों ने बैसरन, पहलगाम और अनंतनाग क्षेत्रों में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। सेना और पुलिस की संयुक्त टीमें हमलावरों की तलाश में जुटी हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले की तीव्र निंदा की है। राष्ट्रपति ने इसे “जघन्य और अमानवीय कृत्य” बताया है। फिलहाल सभी 65 पर्यटक सुरक्षित हैं और प्रशासन उनकी जल्द वापसी के लिए प्रयासरत है।
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