रायपुर : 21 मई 2025
छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में अवैध रूप से निवासरत बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए व्यापक स्तर पर स्पेशल टास्क फोर्स (STF) का गठन किया है। पूरे प्रदेश के 33 जिलों में इन घुसपैठियों की तलाश के लिए STF टीमों का गठन कर वरिष्ठ अधिकारियों को विशेष जिम्मेदारी दी गई है। यह कार्रवाई राज्य की आंतरिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से की गई है। राज्य पुलिस मुख्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रत्येक जिले में एडिशनल एसपी (ASP) या डीएसपी रैंक के अधिकारियों को एसटीएफ का प्रभारी नियुक्त किया गया है। सबसे बड़ी STF टीम राजनांदगांव जिले के लिए बनाई गई है, जो कि बांग्लादेशी घुसपैठ के मामलों को लेकर पहले भी सुर्खियों में रहा है।
राजनांदगांव जिले की जिम्मेदारी ASP राहुल देव शर्मा को दी गई है, जिनके नेतृत्व में चार डीएसपी और 16 निरीक्षक रैंक के अधिकारी शामिल हैं। यहां घुसपैठ की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
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अन्य जिलों में भी अनुभवी अधिकारियों को टीम की कमान सौंपी गई है:
- रायपुर: ASP ममता देवांगन
- दुर्ग: सत्यप्रकाश तिवारी
- कवर्धा: पुष्पेंद्र सिंह बघेल
इनके अलावा नक्सल प्रभावित जिलों—जैसे बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, नारायणपुर और कांकेर में भी बड़ी और दक्ष टीमों का गठन किया गया है, ताकि घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें राज्य की सीमा से बाहर किया जा सके।
STF टीमों को आधुनिक तकनीक, निगरानी उपकरण और आवश्यक खुफिया जानकारी से लैस किया जा रहा है। साथ ही स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय बनाकर संवेदनशील इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाने की योजना है। राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि किसी भी अवैध नागरिक को राज्य में पनपने नहीं दिया जाएगा। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के निर्देश पर यह अभियान उच्च प्राथमिकता पर चलाया जा रहा है।
इस विशेष ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखना, अवैध गतिविधियों पर रोक लगाना और राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
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